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छल-कपट से ऊपर उठने के लिए राग-द्वेष को छोड़े –मुनि पुंगव श्रीसुधासागर जी महाराज

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३१वे श्रावक संस्कार में हों रहे चल रहे हैं विभिन्न कार्यक्रम
संस्कार का शंखनाद हो रहा है आज सागर में-विधायक

सागर(विश्व परिवार)। छल-कपट से ऊपर उठने के लिए राग-द्वेष को हटाना पड़ेगा जव जव तुम्हारे लिए दूसरे के दुर्गुणों को जानने की वात आवे तव तव तुम्हारे अंदर माया चारी जागेगी आज आर्जव धर्म की चर्चा हो रही है आर्जव धर्म कैसा होता है तो कहा गया आर्जव धर्म मुनि महाराज जैसा होता है जैसे जन्म लिया था जन्म लेते समय बालक में कुछ भी नहीं होता ऐसा ही मुनि राज रहते हैं सदयाजात वच्चे को आरागी कहा गया है ऐसे बालक की तरह वीतराग को धारण करने वाले दिगम्बर मुनि राज आर्जव धर्म के प्रतीक हैं बालक हेय उपादेय का अंतर नहीं करता साधु किसी एक का नहीं हो सकता साधु सम्पूर्ण मनाव जाति का होता है आर्जव धर्म हमें सहजता सरलता की शिक्षा देता है जव आत्मा के अंदर से परमानंद का झरना फूटता है तो वह इन सब चीजों से ऊपर उठकर आर्जव धर्म प्रकट हो जाते हैं उक्त आश्य केउद्गार भाग्योदय तीर्थ सागर में ३१वे श्रावक संस्कार शिविर की विशाल सभा को सम्बोधित करते हुए मुनि पुगंव श्री सुधासागरजी महाराज ने व्यक्त किए।
अनुशासन की सीख के सिखाया जा रहा है ध्यान
मध्यप्रदेश महासभा संयोजक विजय धुर्रा ने बताया कि ३१वे श्रावक संस्कार शिविर में प्रातः काल की वेला में समस्त दैनिक क्रियाओं से निवृत्त होकर धवल धोती दुपट्टा धरण परम पूज्य निर्यापक श्रमण मुनि पुंगव श्रीसुधासागरजी महाराज के श्री मुख से विशेष ध्यान सिखाया जा रहा है ध्यान के दौरान ऊं कार ध्वनि के साथ ऊं धारणा को दैनिक जीवन में आने वाले समस्याओं से बाहर निकले की शिक्षा दी जा रही ध्यान केवल स्वस्थ रहने का मार्ग नहीं है ध्यान अतंस की चेतना को जागृत करता है।
संस्कारधानी सागर में संस्कार का शंखनाद हो रहा है– विधायक
श्रावक संस्कार शिविर के दौरान विधायक शैलेंद्र जैन पहुंचे और परम पूज्य निर्यापक श्रमण मुनि पुंगव श्रीसुधासागरजी महाराज का आशीर्वाद प्राप्त किया इस दौरान देशभर से आए शिविरार्थी से जय जिनेन्द्र कर सागर नगर में सभी शिविरार्थी का अभिनंदन करते हुए कहा कि भाग्योदय आज लघु भारत वन‌ गया बुंदेलखंड की संस्कारधानी सागर में आज संस्कार का शंखनाद हो रहा है इस दौरान चातुर्मास कमेटी गौरव अध्यक्ष राजेंद्र जैन सुरेन्द्र कुमार बट्टू कार्याध्यक्ष राजेश एडवीना सर्वाध्यक्ष आशीष पटना महामंत्री राजकुमार मिनी मुख्य संयोजक ऋषभ बांदरी कोषाध्यक्ष सुरेन्द्र वडेरा शिविर निर्देशक हुकुम काका दिनेश जैन आदि ने स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
सृष्टि ने ऐसी व्यवस्था बनाईं है कि कोई किसी का कुछ नहीं कर सकता।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक वस्तु का सहज स्वाभाविक है सहज स्वाभाव का मतलब है वह अपने स्वाभाव में ही रहती है सृष्टि ने ऐसी व्यवस्था बनानी है कि कोई किंचित मात्र भी नहीं मिटा सकता प्रकृति ने ऐसी व्यवस्था बनानी है कि कोई द्रव्य गायब नहीं हो सकता वह किसी ना किसी के ज्ञान में है नीति कहती हैं कि जो अपने गार्जियन की निगरानी में हैं वह कभी गायब नहीं हो सकता आपने अपने जाने की जानकारी किसी को दी है तो कोई आपको गायब नहीं कर सकता यदि आप नहीं मिले तो आपकी खोज होने लग जायेगी धार्मिक रूप से इसे प्रमेयत्व गुणा कहा गया है इन समान्य गुणों को देखते हैं तो लगता है कि प्रकृति कितनी व्यवस्थित है हमें प्रकृति ने सब कुछ दिया है लेकिन संसारी प्राणी को दूसरे की वस्तु बड़ी लगती है वह राग दृयेष करने लगते हैं संसारी प्राणी उसे पाने के लिए कुछ भी कर सकता है।
हमारे अंदर की बुराईयों को को प्रकट नहीं करते।
उन्होंने कहा कि भारत के नागरिक में कौन सी बुराई नहीं होना चाहिए तुम्हेंरी जाति में तुम्हारे परिवार में यहां तक कि तुम्हारे बेटे में नहीं होना चाहिए और तुम्हारे अंदर है तो उस बुराई को छूपना चाहोगे या उजागर करना चाहते हो यदि उजागर करने का भाव आ गया तो समझ लेना कि तुम्हारे अंदर आर्जव धर्म प्रकट हो गया अपने आप को पापी सुइकार कर लेने पर यदि लोग पापी कहते हैं तो क्या बुरी बात है यदि तुमने पाप किया है लोग पापी कह रहे हैं तो सत्य ही तो वोल रहे हैं यदि तुमने पाप किया है तो होंसला करो कि तुम्हारे लिए नरक मिले।
संसार के राग-द्वेष को धर्म की जाजम से दूर रखें
उन्होंने कहा कि संसार के राग देष को धर्म की जाजम पर मत निपटना अंजना ने संसारी राग दृयेष को धर्म से जोड़ कर पाप किया तो पाप की सजा तो मिलेगी पाप करना बुरा नहीं है पाप को छुपाना बुरा है ये कला जैनियों में होना चाहिए अंजना अपनी सखी से कहतीं हैं इस पापिन पर क्यों रोती है मुझे सजा मिलन चाहिए ऐसा व्यक्ति कितना ही बड़ा पापा करले वह पाप से मुक्ति को प्राप्त कर लेगा।
क्षेत्रीय विधायक पहुंचे गुरु चरणों में
श्रावक संस्कार शिविर के दौरान विधायक शैलेंद्र जैन पहुंचे और परम पूज्य निर्यापक श्रमण मुनि पुंगव श्रीसुधासागरजी महाराज का आशीर्वाद प्राप्त किया इस दौरान देशभर से आए शिविरार्थी से जय जिनेन्द्र कर सागर नगर में सभी शिविरार्थी का अभिनंदन करते हुए कहा कि भाग्योदय आज लघु भारत वन‌ गया बुंदेलखंड की संस्कारधानी सागर में आज संस्कार का शंखनाद हो रहा है इस दौरान चातुर्मास कमेटी गौरव अध्यक्ष राजेंद्र जैन सुरेन्द्र कुमार बट्टू कार्याध्यक्ष राजेश एडवीना सर्वाध्यक्ष आशीष पटना महामंत्री राजकुमार मिनी मुख्य संयोजक ऋषभ बांदरी कोषाध्यक्ष सुरेन्द्र वडेरा शिविर निर्देशक हुकुम काका दिनेश जैन आदि ने स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।

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