रायपुर(विश्व परिवार)। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) रायपुर 26 दिसंबर 2024 को वीर बाल दिवस के स्मरणोत्सव से गूंज उठा, जिसमें वीरता और बलिदान की कहानियां गूंजीं। भारत के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के घोषणास्वरूप 26 दिसंबर को “वीर बाल दिवस” के रूप में मनाया जाता है | इस कार्यक्रम में डॉ देवाशीष सान्याल, डीन (फैकल्टी वेलफेयर), डॉ स्वस्ति स्थापक , डॉ एम के प्रसाद , डॉ टी पी साहू , डॉ पवन कुमार मिश्रा,अन्य फैकल्टी मेंबर्स, कर्मचारी ,स्कॉलर्स और छात्रों ने भाग लिया। यह दिन वीर बाल दिवस श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के पुत्रों, साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह जी और बाबा फतेह सिंह जी के त्याग और बहादुरी के सम्मान स्वरूप मनाया जाता है।
इस उत्सव के उपलक्ष्य में एक आकर्षक लघु फिल्म और एक डिजिटल प्रदर्शनी का प्रदर्शन किया गया। इन आकर्षक प्रदर्शनों ने गुरु गोबिंद सिंह के युवा पुत्रों के बलिदान को बताने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई | इस कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने आनंद लिया और पूरे सत्र के दौरान प्रेरणा की अनुभूति महसूस की।
यह दिन वीर बाल दिवस श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के युवा पुत्रों, साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह जी और बाबा फतेह सिंह जी के त्याग और बहादुरी के सम्मान स्वरूप मनाया जाता है। वर्ष 1704 में, मुगलों द्वारा किए गए अत्याचारों के फलस्वरूप, उन्हें धर्म परिवर्तन और शहादत के बीच एक विकल्प को चुनना पड़ा। दोनो भाइयों को इसके चलते कई यातनाएं सहनी पड़ी और उनके सिख धर्म छोड़ने से इनकार करने पर ईटों से मारकर उनकी हत्या कर दी गई। उनका यह साहसिक कदम बलिदान, साहस और धार्मिक दृढ़ विश्वास का प्रतीक है। वीर बाल दिवस प्रतिवर्ष उनकी शहादत को याद करते हुए मनाया जाता है जो सिख इतिहास में इन युवा शहीदों के बलिदान को पीढ़ियों से प्रेरित करता आया है।