- संघ सानिध्य में दोनों भव्य जैनेश्वरी दीक्षार्थी बहनों की सम्पूर्ण नगरवासियों द्वारा गोद भराई व अनुमोदना की
पारसोला (विश्व परिवार)। प्रथमाचार्य चारित्रचक्रवर्ती आचार्य श्री शांतिसागर जी महाराज की परंपरा की पंचम पट्टाधीश वात्सल्य वारिधी आचार्य श्री वर्धमान सागर जी महाराज पारसोला में संघ सहित विराजित है ।आगामी फरवरी माह में दीक्षा लेने वाले भावी दीक्षार्थियों ब्रह्म अलका दीदी और ब्रह्मचारिणी जनक दीदी ने 9 जनवरी को पारसोला जाकर आचार्य श्री वर्धमान सागर जी सहित समस्त साधुओं के दर्शन किए उन्हें आचार्य श्री वर्धमान सागर जी भगवंत के चरण प्रक्षालन व अदभुद वात्सल्य रूपी आशीष सहज रूप से प्राप्त हुआ। आचार्य श्री ने आशीर्वाद स्वरुप जिनवाणी ग्रंथ स्वाध्याय हेतु दिए।अध्यक्ष जयंतीलाल कोठारी अध्यक्ष दशा हूंमड समाज एवं ऋषभ पचौरी अध्यक्ष वर्षायोग समिति ने बताया कि सकल जैन समाज पारसोला द्वारा भावी दीक्षार्थियों चितरी गौरव अलका दीदी एवं गुजरात के छत्राल की जनक दीदीके गोद भरने का कार्यक्रम संघ सानिध्य में आयोजित किया गया। सभी समाज जनों ने दीक्षार्थियों के भावों की अनुमोदना कर विविध द्रव्य आदि से गोद भरकर वैराग्य भावों की अनुमोदना की।
वीरेंद्र सेठ ने बताया किआचार्य श्री वर्धमान सागर जी संघ के शिष्य मुनि श्री हितेंद्र सागर जी के समक्ष दीक्षार्थियों के भावों की अनुमोदना कर सर्वप्रथम आचार्य संघ की ओर से बाल ब्रह्मचारी गज्जू भैया ,श्रीमती तारा सेठी ,निर्मला दीदी, कीर्ति दीदी, सुरेश शाह, छोटू भैया तथा समाज अध्यक्ष जयंतीलाल कोठारी ,वर्षायोग समिति अध्यक्ष ऋषभ पचौरी वीरेंद्र सेठ , पंडित अशोक ,महिला समाज अध्यक्ष वीणा घाटलिया ,मेहुल दीपेश, श्यामा ,उपासना ,रोशनी ,विनीता सभी सामाजिक मंडलों के द्वारा गोद भरी गई। इस अवसर पर दीक्षार्थी परिवार से श्रीमती शकुंतला देवी ,मधोक ,मयंक अनमोल ,शीतल शाह ,चितरी से उपस्थित रहे। दीक्षार्थी बहनों द्वारा गीत के माध्यम से अपने भावों की अभिव्यक्ति की गई जिस पर महिलाओं द्वारा भक्ति नृत्य कर वैराग्य की अनुमोदना की।दिनांक 9 जनवरी 2024 को समस्त पारसोला वासियों ने मिलकर चितरी नगर गौरव बाल ब्रह्म अलका दीदी व गुजरात के छत्राल की क्षत्रिय कुल गौरव बाल ब्रह्म जनक दीदी आदि दोनों जैनेश्वरी दीक्षार्थी बहनों के प्रति भक्ति विनय आत्मीयता पूर्वक भाव प्रगट किए। मधोक शाह चितरी ने बताया कि दोनों दीक्षार्थी दीदी पिछले दो दशक से श्रीमद राजचंद्र जी साधना केंद्र कोबा गांधीनगर में राष्ट्र सेवा करते हुए संयम साधना हेतु अभ्यासरत थी।
पारसोला गांव के समस्त लोगों की इन दीक्षार्थी बहनों के प्रति अनुमोदना भाव वंदनीय है।*दोनों बहनों की दिनांक 1 फरवरी 2025 को गजपंथा सिद्धक्षेत्र में आचार्य श्री चंद्रगुप्त जी गुरुदेव के हस्त कमलों से जैनेश्वरी दीक्षा संपन्न होगी।