अशोक नगर (विश्व परिवार)। पर वचन समझ कर नही प्रिय वचन जान कर अपना हित मानते हुए सुनकर आत्मसात करोगे तो जीवन में बदलाव आयेगा वरना तो जिस ढ़र्रे में आप जीये जा रहे हैं बहीं चलता रहेगा इसमें आपकी कोई ग़लती नही है जन्म जन्म पुरूषार्थ करने पर ये दुर्लभ से भी दुर्लभ मनुष्य जीवन मिला है इसे चांदी के चंद खनते सिक्को आश में गंवा दिया तो फिर मिलने वाला नहीं है ये तो कार्य शाला है इसे अपनी जीवन शैली में उतार लेना उक्त आश्य केउद्गार सुभाष गंज में धर्म सभा को सम्बोधित करते हुए आर्यिका रत्न श्री सृष्टिभूषण मतिमाताजी ने व्यक्त किए।
माता जी के सान्निध्य में हम करेंगे नवीन भवन का शिलान्यास
इसके पहले धर्म सभा में जैन समाज के मंत्रीशैलेन्द्रश्रागरने कहाकि कल हम श्रीवर्धमान धर्मशाला को नया रूप देने जा रहे हैं इसका शिलान्यास माता जी के सान्निध्य में हम कल पन्द्रह तारीख को प्रातः काल की वेला में करने जा रहे हैं इस दौरान मध्यप्रदेश महासभा संयोजक विजय धुर्रा ने कहा कि अशोकनगर के हृदय स्थल भगवान महावीर मार्ग स्टेशन रोड की धर्मशाला को आधुनिक सुख -सुविधाओं के साथ समाज के बीच पुर्ननिर्माण के संकल्प को हमारे अध्यक्ष राकेश कासंल महामंत्री राकेश अमरोद के नेतृत्व में हम आगे बढ़ रहे हैं जिसमें आप सभी की मुख्य भूमिका है आइये हम सब मिलकर माता जी को सान्निध्य में इसे आगे बढ़ायें इस दौरान कमेटी के अध्यक्ष राकेश कासंल मंत्री विजय धुर्रा संयोजक उमेश सिघई ने समाज की ओर से श्री फल भेंट कर आशीर्वाद प्राप्त किया
यहां सुना यही झणाया इससे जीवन में बदलाव आने वाला नहीं है
इस दौरान आर्यिका श्री विश्वजयमति माता जी ने कहा कि यही सुना यही झणाया कर घर चले गए तो जीवन में बदलाव नहीं होगा जीवन में परिवर्तन चहेते हो जहां जो कुछ भी मिले उसमें से जो अच्छा लगे उसको अपने जीवन में जोड़ते चले गए एक एक कड़ी जोड़नी रहेंगी और धीरे धीरे ही सही हमारा जीवन अच्छा वनता चला जायेगा जीवन को अच्छा वनने के लिए कोई पहाड़ तोड़ने की आवश्यकता नहीं है जो कुछ भी मिला है उसे हम व्यवस्थित करते चले जाते इतना ही पर्याप्त है इस दौरान निर्मल मिर्ची अरविंद कचनार सौरव बाझल विमला जैन सहित अन्य प्रमुख जन उपस्थित थे