- वासुपूज्य दिगंबर जैन मंदिर में विराजित हुआ आर्यिका संघ, प्रवचन, आहार उपरांत हुआ विहार
रायपुर(विश्व परिवार) । भारत गौरव विदुषी गणनी वागड़ केसरी आर्यिका रत्न 105 श्री सौभाग्यमति माताजी सहित समस्त आर्यिका संघ का प्रातः मंगल बेला में डी.डी.नगर स्थित श्री 1008 वासुपूज्य दिगंबर जैन मंदिर में आगमन हुआ। जैन मंदिर में आर्यिका रत्न 105 श्री सौभाग्यमति माता ने प्रवचन करते हुए कि इस पंचम काल में जिनेंद्र भगवान, गुरू और जिनवाणी के प्रति श्रृद्धा, भक्ति के लिए परिवार जनों, बच्चों सभी को प्रेरित करना चाहिए और भक्ति चाहे तन से की जाए या मन से की जाए उसका लाभ अवश्य मिलता है, अकाम हो या सकाम कर्मों की निर्जरा तो होती ही है। एक बार जब भीतर से भक्ति उमड़ने लगती है तो फिर आप कितने भी व्यस्त हो, कहीं भी हों, जिनेंद्र देव के दर्शन, आराधना करने के लिए समय निकाल ही लेते हैं। आर्यिका रत्न द्वारा विशेष शांतिधारा कराई गई। इसके पश्चात् नवधा भक्ति से आर्यिका संघ का पड़गाहन कर आहार कराया गया। दोपहर में संघ का विहार टाटीबंध के लिए हो गया, यहां से भिलाई में चातुर्मास करने हेतु विहार चल रहा है।
बुधवार की सुबह आर्यिका रत्न 105 श्री सौभाग्यमति माता, आर्यिका शिक्षामति माता, आर्यिका संक्षेपमति माता, क्षुल्लिका समक्षमति माता तथा क्षुल्लिका साक्षात्मति माता ससंघ की भव्य आगवानी करने के लिए गाजे-बाजे के साथ समाज के लोग बड़ी संख्या में एनआईटी चैराहा मार्ग पर एकत्रित हुए। मार्ग में रंगोली आरती सजाई गई तथा आर्यिका रत्न के पाद प्रक्षालन किया गया। डी.डी.नगर स्थित जैन मंदिर में आचार्य श्री विद्यासागर महाराज की छवि के समक्ष दीप प्रज्वलन भरत भोरावत, शैलेंद्र पाटनी, ब्रजेश मनोरिया, यशवंत जैन अध्यक्ष एवं समस्त कार्यकारिणी मालवीय रोड द्वारा किया गया। आर्यिका रत्न माता को शास्त्र भेंट आदिश्वर महिला मंडल द्वारा किया गया। श्री दिगंबर जैन सेवा समिति डी डी नगर ने आर्यिका गणनी सौभाग्यमति माता के समक्ष श्रीफल भेंट कर आशीर्वाद प्राप्त किया। आर्यिका गणनी सौभाग्यमति माता द्वारा भगवान की विशेष शांतिधारा कराने का पुण्यार्जन दीपक, डाॅली, मुस्कान हर्षिल जैन एवं डाॅ. मंजुला जैन परिवार को प्राप्त हुआ। नवधा भक्ति के साथ आर्यिका संघ का आहार हेतु पड़गाहन किया गया जिसमें आदिश्वर महिला मंडल, यशवंत जैन, जया जैन व पवन सेठी, मंजू सेठी द्वारा चैका लगाया गया।