रायपुर { विश्व परिवार } : छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव के लिए तैयारियां तेज हो गई हैं। मेयर, नगर पालिका और नगर पंचायत अध्यक्ष के लिए आरक्षण की प्रक्रिया को पूरा कर लिया गया है। राजधानी रायपुर में इस बार महिला मेयर बनेगी। यह सीट सामान्य महिला के लिए आरक्षित की गई है। 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के दिन बीजेपी ने प्रदेश के 10 नगर निगम के महापौर प्रत्याशियों के नाम का ऐलान करते हुए रायपुर नगर निगम सीट से मीनल चैबे को प्रत्याशी बनाया है। इसी तरह दुर्ग से अलका वाघमारा, राजनांदगांव सीट से मधुसूदन यादव, धमतरी से जगदीश रामू रोहरा, जगदलपुर से संजय पांडये, रायगढ़ से जीवर्धन चैहान, कोरबा से संजू देवी राजपूत,बिलासपुर से पूजा विधानी, अंबिकापुर से मंजूषा भगत और चिरमिरी से राम नरेश राय को महापौर का प्रत्याशी घोषित किया गया है। रायपुर से मीनल चौबे पर बीजेपी ने अपना भरोसा जताया है। मीनल चौबे, बीजेपी से सबसे मजबूत दावेदार मानी जा रही थी। वह नगर निगम परिषद में नेता प्रतिपक्ष रह चुकी हैं। पार्षद, जिला व प्रदेश महिला भाजपा मोर्चा में विभिन्न पदों पर काम कर चुकी हैं।
मीनल चौबे की छवि तेज तर्रार महिला नेता की है। वह बीजेपी के सभी गुटों को साथ तालमेल बनाकर रखती हैं। बीजेपी सूत्रों का कहना है कि मीनल चौबे के नाम पर आसानी से सहमति बन गई। बता दे की पिछली बार पार्षदों की रायशुमारी कर आखिरकर बीजेपी के वरिष्ठ पार्षदों ने नगर निगम रायपुर का नेता प्रतिपक्ष वरिष्ठ महिला बीजेपी पार्षद मीनल चौबे के नाम पर मुहर लगाई है। राज्य में इस बार मेयर का चुनाव सीधे जनता करेगी। कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में मेयर के चुनाव अप्रत्यक्ष तरीके से हुए थे। जिसके बाद एजाज ढेबर रायपुर के मेयर बने थे। विष्णुदेव साय सरकार ने भूपेश बघेल सरकार के उस फैसले को पलट दिया था। इस बार जनता सीधे मेयर चुनाव के लिए वोटिंग करेगी। माना जा रहा है कि राज्य में अब जल्द ही निकाय चुनावों के लिए आदर्श आचार संहिता लागू हो सकती है।
तीन बार पार्षद चुनाव जीत चुकीं मीनल चौबे भाजपा में संगठन के स्तर पर भी सक्रिय हैं। इस वक्त रायपुर की नगर निगम में सीनियर पार्षदों में से एक हैं। जब भाजपा से माहापौर तय करने को लेकर समीकरण बन रहे थे, तब भी मीनल का नाम सुझाया गया था। नगर निगम में इस बार महिला पार्षदों का भी दब-दबा है। जिसके बाद बीजेपी आलकम ने मीनल चौबे के नाम पर मुहर लगाई है।