बता दें कि लता उसेडी कोंडागांव से 2003 में पहली बार विधायक बनी थी. 2023 के चुनाव में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोहन मरकाम को हराकर विधायक बनी है. लता उसेंडी ने ओडिशा चुनाव में भी बड़ी जिम्मेदारी निभाई थी. इसके चलते उन्हें ओडिशा की सहप्रभारी भी बनाई गई है. अब उन्हें मंत्री कहकर संबोधित करने से उनके समर्थकों में भारी उत्साह है |
इस बैठक में राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिव प्रकाश, सीएम विष्णुदेव साय, प्रदेश प्रभारी नितिन नबीन, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव, केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू, डिप्टी सीएम अरुण साव, विजय शर्मा, सांसद बृजमोहन अग्रवाल, मंत्री रामविचार नेताम समेत 1500 से अधिक पदाधिकारी मौजूद रहे |
मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर बड़े नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं सीएम साय
बता दें कि साय कैबिनेट में फिलहाल दो मंत्री पद रिक्त हैं. एक पद पहले से रिक्त था और दूसरा पद बृजमोहन अग्रवाल के सांसद चुने जाने के बाद दिए गए उनके इस्तीफे से रिक्त हुआ है. मंत्रिमंडल में दो नए चेहरों को शामिल किए जाने की सुगबुगाहट के बीच मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने विगत दिनों राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन से मुलाकात की थी. हाल ही में सीएम साय ने मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर दिल्ली में बड़े नेताओं से भी मुलाकात की थी |
मंत्री के लिए इन नेताओं का भी चल रहा नाम
सर्वाधिक रस्साकसी बृजमोहन अग्रवाल के रिक्त स्थान को भरने की है. कई सीनियर चेहरे हैं, जिनकी दावेदारी मजबूत है. इनमें अजय चंद्राकर, राजेश मूणत, अमर अग्रवाल, धरमलाल कौशिक के नाम शामिल हैं. बस्तर से आने वाली लता उसेंडी भी एक अहम चेहरा हैं. उन्होंने ओडिशा चुनाव में बड़ी जिम्मेदारी निभाई है. रायपुर से मंत्री लिए जाने के समीकरण के बीच रायपुर उत्तर से विधायक चुने गए पुरंदर मिश्रा भी एक दावेदार हो सकते हैं |