नोएडा(विश्व परिवार)। जेवर एयरपोर्ट के पास जल्द ही इलेक्ट्रॉनिक्स सामान का एक बड़ा केंद्र बनने जा रहा है। इसके साथ ही, भारत और अमेरिका के बीच हुए एक महत्वपूर्ण समझौते के तहत, नोएडा में दुनिया का पहला सेमीकंडक्टर फैब्रिकेशन प्लांट स्थापित किया जाएगा।
अमेरिका के साथ हुई ऐतिहासिक डील: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान, भारत और अमेरिका ने मिलकर एक ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते के तहत, दोनों देश मिलकर भारत में एक सेमीकंडक्टर फैब्रिकेशन प्लांट स्थापित करेंगे। यह प्लांट अमेरिकी सैन्य बलों और भारतीय रक्षा बलों को चिप्स की आपूर्ति करेगा।
क्या है सेमीकंडक्टर फैब्रिकेशन प्लांट?
सेमीकंडक्टर फैब्रिकेशन प्लांट वह जगह होती है जहां सेमीकंडक्टर चिप्स का निर्माण किया जाता है। सेमीकंडक्टर चिप्स इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का आधार होते हैं। इनका उपयोग कंप्यूटर, मोबाइल फोन, और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में किया जाता है।
क्यों है यह डील महत्वपूर्ण?
सैन्य सुरक्षा: यह डील भारत की सैन्य सुरक्षा को मजबूत करेगी।
टेक्नोलॉजी में आत्मनिर्भरता : भारत को टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगी।
रोजगार सृजन : इस प्लांट के स्थापित होने से हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा।
आर्थिक विकास : यह भारत के आर्थिक विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
नोएडा में इलेक्ट्रॉनिक्स हब : जेवर एयरपोर्ट के पास बनने वाला इलेक्ट्रॉनिक्स हब, भारत को एक प्रमुख इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादक देश बनाने में मदद करेगा। इस हब में कई बड़ी कंपनियां निवेश करेंगी।
पीएम मोदी का विजन : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को सेमीकंडक्टर चिप्स का एक बड़ा उत्पादक देश बनाने का लक्ष्य रखा है। इस डील के साथ, भारत इस दिशा में एक बड़ा कदम आगे बढ़ गया है।