Home धर्म आर्यिका रत्न सृष्टि भूषण मति माता जी ससंघ की हुई भव्य आगवानी

आर्यिका रत्न सृष्टि भूषण मति माता जी ससंघ की हुई भव्य आगवानी

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  • विशाल भव्य जुलूस के साथ नगर प्रवेश कराया
  • दिल और दिमाग को कचरा घर ना बनाओ इनको साफ रखो–आर्यिका माता जी

अशोक नगर (विश्व परिवार)। आचार्य श्री ज्ञानसागर जी महाराज की परम शिष्या आर्यिका रत्न श्री सृष्टि भूषण मति माता जी ससंघ का आज भव्य मंगल प्रवेश हुआ जहां शहर के बाहर राजमाता चौराहे पर जैन समाज अध्यक्ष राकेश कासंल महामंत्री राकेश अमरोद मध्यप्रदेश महासभा संयोजक विजय धुर्रा मंत्री शैलेन्द्र श्रागर संयोजक मनोज रन्नौद मनीष कुमार सहित अन्य भक्तों ने आर्यिका संघ की आगवानी की आर्यिका संघ का आर्यिका श्री विश्वजयमति माता जी ससंघ से पार्श्वनाथ मन्दिर पर भक्तों की जय जय कार के साथ भव्य मिलन हुआ
भव्य जुलूस के रूप में कराया नगर प्रवेश
पार्श्वनाथ मन्दिर से आर्यिका संघ को नगर प्रवेश कराया गया जहां स्थान स्थान पर भक्तों ने पाद प्रक्षालन आरती श्री फल भेंट कर अपनी भक्ति समर्पित कर जय जय कार के साथ माता जी के साथ कदम कदम आगे बढ़ते चले गये यहां भव्य शोभायात्रा पछाड़ीखैडा रोड़ ओवरब्रिज गांधी पार्क भगवान महावीर मार्ग आचार्य श्री विद्यासागर द्वार होते हुए सुभाष गंज पहुंच कर धर्म सभा में बदल गई जहां मध्यप्रदेश महासभा संयोजक विजय धुर्रा ने कहा कि लम्बी प्रतीक्षा के बाद हमने जिले की गौरव मुंगावली में जन्म लेकर भारत वर्ष में अशोक नगर जिले का नाम रोशन करने वाली मां सृष्टि भूषण मति माता जी को हम अपने बीच पाकर आनंदित है अभी तक आपके प्रवचनों को टैली विजन पर सुनते थे अब साक्षात सुन सकेंगे इस दौरान जैन समाज के मंत्री शैलेन्द्र श्रागर ने कहा कि माता जी के सान्निध्य का हम सब को भरपूर लाभ लेना है कल से ही प्रतिदिन धर्म सभा होगी और आप सभी इससे लाभान्वित होंगे इस दौरान जैन समाज अध्यक्ष राकेश कासंल महामंत्री राकेश अमरोद कोषाध्यक्ष सुनील अखाई संयोजक उमेश सिघई मनीष सिंघई मनोज रन्नौद थूवोनजी अध्यक्ष अशोक जैन टींगू मिल प्रमोद मंगलदीप मनोज भैसरवास निर्मल मिर्ची शैलेन्द्र श्रागर विनोद मोदी रोहित सिंघई सहित अन्य भक्तों ने श्री फल भेंट किए।
जिंदगी को स्वस्थ्य और सुन्दर बनायें
माता जी ने कहा कि जिंदगी को स्वस्थ्य और सुन्दर बनाने के लिए हर संभव कोशिश करें कोशिश करने वालो की हार नहीं होती कोशिश कर एक दिन चींटी भी पहाड़ पर चढ़ जाती हैं अपने आप को आप कमजोर ना समझे जो आप कर सकते हैं वह और कोई नहीं सकता और जो आप नहीं कर सकते उसे और भी कोई नहीं कर पायेंगा इस लिए कोशिश करते रहिये एक दिन सफलता जरूर मिलेगी
आर्यिका श्री विश्वजयमति माता जी ने कहा कि मुक्ति मिलेगी तो अभी मिलेगी नहीं तो फिर कभी मिलने वाली नही है मुक्ति की चाह तो दिलों दिमाग में पैदा करो और निकल पड़ो लक्ष्य की सिद्धि प्राप्त करने के लिए एक दिन वह भी आयेगा कि मुक्ति रामा तुम्हारा बरड़ करेगी इस के लिए लक्ष्य को सबसे पहले निर्धारित करना होगा
फकीर को जृगत कर सुकून से जिये
माता जी ने कहा कि एक फ़कीर को कुछ लोगों ने फूलों की जगह जुतों की माला पहना दी सब लोग हंसने लगे फकीर प्रसन्न हो कर नाचने लगा चलो अच्छा रहा बहुत दिनों से जूते नहीं थे एक साथ बहुत सारे जूते मिल गये अव सालों तक काम चलेंगे फूल की माला तो कोई काम आने वाली नहीं थी जूतों से मार्ग पर चलना सरल हो जायेगा जूतों की माला पहनाने वाले सोच रहे थे फकीर अभिशाप दे देगा नाराज़ हो जायेगा लेकिन फकीर की सेहत पर कोई फर्क नहीं पड़ा हम भी अपने अंदर की फ़क़ीरी को जागृत कर सुकून की जिंदगी जायें।

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