Home मध्य प्रदेश विश्व शांति महायज्ञ में ग्यारह लाख मंत्रों के साथ हुई आहुतियां समर्पित

विश्व शांति महायज्ञ में ग्यारह लाख मंत्रों के साथ हुई आहुतियां समर्पित

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आठ अर्घो के साथ की जिनवाणी माता की महापूजा
मुनि पुंगव श्री सुधासाहगर जी महाराज एक बार आ गये तो किस्मत वदल जायेगी – शस्वंतसागरजी महाराज

अशोक नगर(विश्व परिवार) | श्री दिगम्बर जैन पंचायत कमेटी के तत्वावधान में श्री विद्यासागर महिला मंडल के संयोजक में
मुनि पुंगव श्रीसुधासागरजी महाराज के आशीर्वाद एवं मुनि श्री सश्वत सागरजी महाराज के सान्निध्य में चल रहे आठ दिन से चल रहे श्री सिद्धचक्र महा मंडल विधान एवं विश्वशांति महायज्ञ आज ग्यारह लाख मंत्रों की आहुतियां प्रतिष्ठा चार्य मुकेश भ इया के मंत्रोच्चार के वीच सुभाष गंज जैन मन्दिर में भक्तों की जय जय कार के वीच दी गई
प्रमुख पात्रो ने महायज्ञ में मंत्रोच्चार के वीच आहुतियां दी
इसके पहले आज प्रतिष्ठा चार्य मुकेश भ इया के मंत्रोच्चार के वीच जगत कल्याण की कामना के लिए महा शान्ति धारा की गई इसके बाद मंडल पर ध्वज समर्पित किये गये इसके साथ ही विश्व शांति महायज्ञ का शुभारंभ हवन कुंड की शुद्धि के साथ हुआ जहां प्रमुख पात्रो दारा आहुतियां समर्पित की गई महायज्ञ में सौधर्म इन्द्र के रूप में पद्म कुमार पिम्मी वाझल महायज्ञ नायक प्रसन्न कुमार विनोद कुमार मोदी कुवेर इन्द्र अरूण कुमार मैनपुर तीर्थंकर कुडं पर बैठ कर वहीं ध्वजारोहणकर्ता धर्मेन्द्र रोकड़िया श्रीपाल मैना सुन्दरी श्री मति लता सतीश राजपुर ने अरिहंत कुंड पर वही अन्य प्रमुख पात्रो मे इंसान सुनील अखाई राकेश सुनील कुमार घेलू अर्चित कासंल सभी पत्रों ने महायज्ञ में बैठकर आहुतियां समर्पित की इसके साथ ही एक सौ ग्यारह कुंडो पर सभी इन्द्र इन्द्राणी दारा सुरेन्द्र मंत्रों शान्ति मंत्र व अन्य विशेष मंत्रो के साथ आहुतियां समर्पित की गई |

मुनि श्री को कमेटी ने किया श्री फल भेंट
इसके पहले जैन समाज के मंत्री विजय धुर्रा ने कहा कि हमें परम पूज्य आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के शिष्य मुनिश्री शास्वत सागर जी महाराज का सान्निध्य मिल रहा है पूज्य श्री का विहार राजस्थान की ओर चल रहा है हम सब निवेदन करते हैं कि कुछ दिन हमें प्रदान करें इस दौरान जैन समाज के अध्यक्ष राकेश कासंल मंत्री विजय धुर्रा मंत्री शैलेन्द्र श्रागर कोषाध्यक्ष सुनील अखाई थूवोनजी कमेटी के महामंत्री विपिन सिंघई मंत्री विनोद मोदी प्रमोद मंगल दीप मुन्ना वाझल रोहित सिंघई निर्मल मिर्ची सौधर्म इन्द्र पदम कुमार वाझल पिम्मी धर्मेन्द्र रोकड़िया श्रीपाल मैना सुन्दरी सतीश राजपुर अरुण जैन आदि ने मुनि श्री को श्री फल भेंट कर रही चातुर्मास का निवेदन किया इस दौरान जैन समाज के मंत्री विजय जैन धुर्रा ने कहा कि प्रतिदिन मुनि श्री के मंगल प्रवचन प्रातः आठ बजे व विशेष कक्षा दोपहर तीन बजे से होगी |

मुनि राज के साथ रहते हैं तो हमारा मन भी मुनि राज की तरह हो जाता है
इस दौरान धर्म सभा को सम्बोधित करते हुए मुनि श्री सश्वत सागरजी महाराज ने कहा कि मुनि राज के साथ हम रहते हैं तो हमारा मन मुनिराज के अनुसार चलने लगता है और जैसे ही संसार में आते हैं तो मन भी संसारी हो जाता है हम जो जीवन जी रहे है वह शरीर के सुख के लिए जी रहे हैं हम सश्वत सुख की चाह कहा रखी है यदि चाह है तो आप चातुर्मास के लिए अच्छा पुरुषार्थ कर लो यदि आप अच्छी तरह से मेहनत करेंगे तो मुनिपुंगव श्रीसुधासागरजी महाराज का वर्षावास आपको ही मिलेगा।

जगत में कोई अकेला नहीं रहना चाहता
मुनि श्री ने कहा जगत में कोई अकेला नहीं रहना चाहता अकेला रह जायें तो घबराहट होने लगती है जबकि कहा गया आप अकेला अव तरे मरे अकेला होये इस जगत में ये जीव अकेला ही आया है और अकेला ही जायेगा लेकिन इस वीच के आकर्षण में ऐसा उलझ जाता है कि वह अपने को अकेला में घुटन महसूस करने लगता है इसका कारण हमने अपनी
शक्ति को पहचान नहीं है शक्ति से सब कुछ होता है शक्ति के विना सब कुछ नष्ट हो जाता है आज ऐसा युग आ गया कि आप अपनी संतान को भी शक्ति मान नहीं वनने दे रहे आप सिखाना चाहते हैं या पढ़ाना चाहते हैं जो सीख लेता है वह जिंदगी भर नहीं भूलेगा लेकिन हम उसे पढ़ाने में लगे हैं जो वह कुछ ही समय में भूल जाता है वैज्ञानिक ने तो वता दिया कि जव हम विदेशी भाषा में कुछ पढ़ते हैं तो उसमें पांच गुना शक्ति ज्यादा लगती मालिक वनने के लिए शाक्ति की आवश्यकता नहीं हम अपने आप में मालिक तो है ही सारी शक्ति दूसरे के नौकर वनने के लिए खर्च की जा रही है आप अपने वच्चो को बहुत पढ़ा लिखा कर दूसरे की नौकरी करने के लिए ही तो भेज कर खुश होते हैं |

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