चंडीगढ़: नोटबंदी के बाद जारी किए गए 2000 के नोटों पर नई मुसीबत आ गई है. लिहाजा बैंकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे ग्राहकों को फिलहाल 2000 के नोट कम से कम दिए जाएं. इसकी जगह अधिकांश भुगतान छोटे नोटों में किए जाएं. हालांकि बैंकों को जारी यह नया निर्देश लोगों के लिए नई मुसीबत खड़ी कर सकता है, लेकिन कालेधन पर लगाम लगाने आसानी होगी.
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया चंडीगढ़ के एक अधिकारी के मुताबिक, 2000 रुपए के नोटों के बारे में एक अहम फैसला लिया गया है. इससे हो सकता है, आमलोगों की टेंशन बढ़ जाए, लेकिन काले धन पर लगाम लगाने में यह फायदेमंद साबित होगा. उन्होंने बताया कि इस बारे में सभी बैंकों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं. इसके तहत अब लोगों को आगामी तीन महीने तक बैंकों में छोटे नोट ही मिलेंगे, क्योंकि रिजर्व बैंक ने 2000 के नोटों की छपाई बंद कर दी गई है.
अधिकारी के मुताबिक, यह कदम इसलिए उठाया गया है, क्योंकि 2000 के नोटों की लगातार शॉर्टेज हो रही है. रिजर्व बैंक का फोकस छोटे नोटों पर है. मौजूदा वित्त वर्ष में 2000 के और नोट नहीं छापे जाएंगे. अधिकारी ने बताया कि बैंकों को कैश काउंटर से बड़े नोट ग्राहकों को न देने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने बताया कि 2000 और 500 रुपये के नोट एटीएम में जरूर मिलेंगे, ताकि अचानक किल्लत न हो और बाजार पर इसका प्रतिकूल असर न पड़े.