नई दिल्ली (विश्व परिवार)। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने आज नई दिल्ली में राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड अगले पांच साल में हल्दी का उत्पादन दोगुना कर 20 लाख टन तक पहुंचाने में मदद करेगा। साथ ही, हल्दी के निर्यात को बढ़ाने और अंतरराष्ट्रीय बाजार में नए अवसर तलाशने के लिए भी प्रयास किए जाएंगे।
पीयूष गोयल ने पल्ले गंगा रेड्डी को बोर्ड का पहला अध्यक्ष नियुक्त करने की भी जानकारी दी। राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड का मुख्यालय निजामाबाद में स्थापित किया गया है। उन्होंने इसे एक शुभ दिन बताते हुए कहा कि यह बोर्ड हल्दी किसानों के जीवन को बेहतर बनाने में मदद करेगा।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हल्दी को ‘गोल्डन स्पाइस’ कहा जाता है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार किसानों की आय बढ़ाने और हल्दी के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध है। हल्दी बोर्ड महाराष्ट्र, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, मेघालय सहित 20 राज्यों में हल्दी किसानों के कल्याण पर विशेष ध्यान देगा। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना को हल्दी उत्पादन के लिए खास क्षेत्र बताते हुए उन्होंने कहा कि इन राज्यों में उत्पादन बढ़ाने की काफी संभावनाएं हैं।
भारत दुनिया का सबसे बड़ा हल्दी उत्पादक और निर्यातक
भारत दुनिया का सबसे बड़ा हल्दी उत्पादक, उपभोक्ता और निर्यातक है। भारत की वैश्विक व्यापार में हिस्सेदारी 62% से ज्यादा है। वित्त वर्ष 2023-24 में भारत ने 226.5 मिलियन डॉलर मूल्य की 1.62 लाख टन हल्दी और हल्दी से बने उत्पादों का निर्यात किया। गोयल ने उम्मीद जताई कि राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड के प्रयासों से हल्दी किसानों की आय में वृद्धि होगी और भारत का हल्दी उत्पादन और निर्यात नई ऊंचाइयों पर पहुंचेगा।